Tuesday, 23 August 2016

आधार कार्ड के बिना बच्चोंको स्कूलमे भोजन नहीं मिलेगा। पांच योजनाओ आधार कार्ड साथै जोड़वामा आवसे।


जानिए 2016 के ताजीव गांधी खेलरत्न अवार्ड के बारे में।


Wrong address on UPSSSC exam admit cards refrains 300 candidates from taking exam

  • Representational image, image source: facebook.com/hokkolorob 2013
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A wrongly given address on admit cards for the exam of Amin conducted by Uttar Pradesh Subordinate Services Selection Commission (UPSSSC), held last Monday, sparked a huge commotion in Nawabganj, as over 300 candidates protested the wrong address information in their admit cards, which cost their efforts to go downhill.
What went wrong?
Many candidates were dumbfounded when they discovered their exam centre at Gulab Rao Memorial Higher Secondary School, in Nawabganj, unattended and unprepared for the event. The exam was supposed to be held at the Bareilly school with the same name, but the admit cards carried a Nawabganj address.
Angered by the irresponsible mistake, several candidates who hailed from distant places decided to march towards the residence of SDM Archana Dwivedi in order to inform her of their grievances.
One Nagendra Singh from Ghaziabad, who had come for the exam said, "We came as early as 8 am only to find that no preparations had been made at the centre to conduct the exam. Most of us were clueless as to what to do next and where to lodge a complaint regarding this."
Agitation causes road blockade:
It is reported that the agitation reached a height which resulted in the blockade of NH-74 in Nawabganj, Bareilly. The aggrieved candidates further got into a scuffle with the police when the latter intervened to disperse the crowd in order to clear the traffic congestion.
Remedial steps promised:
SDM Archana Dwivedi, in her attempt to appease the ruckus, assured the aspirants that the commission will separately conduct another exam for the students.
In order to clarify the mismatch on the admit card, Archana Dwivedi said, "There is a school with the same name in Bareilly city where the exam was to be held. However, due to some error, the admit card carries the address of the school in Nawabganj." It is learnt that the commission had then collected the admit card of the aggrieved aspirants to conduct a separate exam following the agitation.
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ज्ञान वर्धक वार्ता। सकारात्मक सोच हमारी समस्यों को हल करती है। एक बार की बात है किसी राज्य में एक राजा था जिसकी केवल एक टाँग और एक आँख थी। उस राज्य में सभी लोग खुशहाल(Happy and Rich) थे क्यूंकि राजा बहुत बुद्धिमान और प्रतापी था। एक बार राजा के विचार आया कि क्यों खुद की एक तस्वीर बनवायी जाये। फिर क्या था, देश विदेशों से चित्रकारों को बुलवाया गया और एक से एक बड़े चित्रकार(Painters) राजा के दरबार में आये। राजा ने उन सभी से हाथ जोड़कर आग्रह किया कि वो उसकी एक बहुत सुन्दर तस्वीर बनायें जो राजमहल में लगायी जाएगी। सारे चित्रकार सोचने लगे कि राजा तो पहले से ही विकलांग है फिर उसकी तस्वीर को बहुत सुन्दर कैसे बनाया जा सकता है, ये तो संभव ही नहीं है और अगर तस्वीर सुन्दर नहीं बनी तो राजा गुस्सा होकर दंड देगा। यही सोचकर सारे चित्रकारों ने राजा की तस्वीर बनाने से मना कर दिया। तभी पीछे से एक चित्रकार ने अपना हाथ खड़ा किया और बोला कि मैं आपकी बहुत सुन्दर तस्वीर बनाऊँगा जो आपको जरूर पसंद आएगी। फिर चित्रकार जल्दी से राजा की आज्ञा लेकर तस्वीर बनाने में जुट गया। काफी देर बाद उसने एक तस्वीर तैयार की जिसे देखकर राजा बहुत प्रसन्न हुआ और सारे चित्रकारों ने अपने दातों तले उंगली दबा ली। उस चित्रकार ने एक ऐसी तस्वीर बनायीं जिसमें राजा एक टाँग को मोड़कर जमीन पे बैठा है और एक आँख बंद करके अपने शिकार पे निशाना लगा रहा है। राजा ये देखकर बहुत प्रसन्न हुआ कि उस चित्रकार ने राजा की कमजोरियों को छिपा कर कितनी चतुराई से एक सुन्दर तस्वीर बनाई है। राजा ने उसे खूब इनाम(Money & Gifts) दिया। तो मित्रों, क्यों ना हम भी दूसरों की कमियों को छुपाएँ, उन्हें नजरअंदाज करें और अच्छाइयों पर ध्यान दें। आजकल देखा जाता है कि लोग एक दूसरे की कमियाँ बहुत जल्दी ढूंढ लेते हैं चाहें हममें खुद में कितनी भी बुराइयाँ हों लेकिन हम हमेशा दूसरों की बुराइयों पर ही ध्यान देते हैं कि अमुक आदमी ऐसा है, वो वैसा है। सोचिये अगर हम भी उस चित्रकार की तरह दूसरों की कमियों पर पर्दा डालें उन्हें नजरअंदाज करें तो धीरे धीरे सारी दुनियाँ से बुराइयाँ ही खत्म हो जाएँगी और रह जाएँगी सिर्फ अच्छाइयाँ। इस कहानी से ये भी शिक्षा मिलती है कि कैसे हमें नकारात्मक परिस्थितियों में भी सकारात्मक सोचना चाहिए और किस तरह हमारी सकारात्मक सोच हमारी समस्यों

सकारात्मक सोच हमारी समस्यों को हल करती है।

एक बार की बात है किसी राज्य में एक राजा था जिसकी केवल एक टाँग और एक आँख थी। उस राज्य में सभी लोग खुशहाल(Happy and Rich) थे क्यूंकि राजा बहुत बुद्धिमान और प्रतापी था।
एक बार राजा के विचार आया कि क्यों खुद की एक तस्वीर बनवायी जाये। फिर क्या था, देश विदेशों से चित्रकारों को बुलवाया गया और एक से एक बड़े चित्रकार(Painters) राजा के दरबार में आये। राजा ने उन सभी से हाथ जोड़कर आग्रह किया कि वो उसकी एक बहुत सुन्दर तस्वीर बनायें जो राजमहल में लगायी जाएगी।
सारे चित्रकार सोचने लगे कि राजा तो पहले से ही विकलांग है फिर उसकी तस्वीर को बहुत सुन्दर कैसे बनाया जा सकता है, ये तो संभव ही नहीं है और अगर तस्वीर सुन्दर नहीं बनी तो राजा गुस्सा होकर दंड देगा। यही सोचकर सारे चित्रकारों ने राजा की तस्वीर बनाने से मना कर दिया। तभी पीछे से एक चित्रकार ने अपना हाथ खड़ा किया और बोला कि मैं आपकी बहुत सुन्दर तस्वीर बनाऊँगा जो आपको जरूर पसंद आएगी।
फिर चित्रकार जल्दी से राजा की आज्ञा लेकर तस्वीर बनाने में जुट गया। काफी देर बाद उसने एक तस्वीर तैयार की जिसे देखकर राजा बहुत प्रसन्न हुआ और सारे चित्रकारों ने अपने दातों तले उंगली दबा ली।
उस चित्रकार ने एक ऐसी तस्वीर बनायीं जिसमें राजा एक टाँग को मोड़कर जमीन पे बैठा है और एक आँख बंद करके अपने शिकार पे निशाना लगा रहा है। राजा ये देखकर बहुत प्रसन्न हुआ कि उस चित्रकार ने राजा की कमजोरियों को छिपा कर कितनी चतुराई से एक सुन्दर तस्वीर बनाई है। राजा ने उसे खूब इनाम(Money & Gifts) दिया।
तो मित्रों, क्यों ना हम भी दूसरों की कमियों को छुपाएँ, उन्हें नजरअंदाज करें और अच्छाइयों पर ध्यान दें। आजकल देखा जाता है कि लोग एक दूसरे की कमियाँ बहुत जल्दी ढूंढ लेते हैं चाहें हममें खुद में कितनी भी बुराइयाँ हों लेकिन हम हमेशा दूसरों की बुराइयों पर ही ध्यान देते हैं कि अमुक आदमी ऐसा है, वो वैसा है। सोचिये अगर हम भी उस चित्रकार की तरह दूसरों की कमियों पर पर्दा डालें उन्हें नजरअंदाज करें तो धीरे धीरे सारी दुनियाँ से बुराइयाँ ही खत्म हो जाएँगी और रह जाएँगी सिर्फ अच्छाइयाँ।
इस कहानी से ये भी शिक्षा मिलती है कि कैसे हमें नकारात्मक परिस्थितियों में भी सकारात्मक सोचना चाहिए और किस तरह हमारी सकारात्मक सोच हमारी समस्यों

ज्ञान वर्धक वार्ता। मैं चोर हूँ , सपनों का सौदागर नहीं।

मैं चोर हूँ , सपनों का सौदागर नहीं। ''

रात में एक चोर घर में घुसl । कमरे का दरवाजा खोला तो बरामदे पर एक बूढ़ी औरत सो रही थी।
खटपट से उसकी आंख खुल गई। चोर ने घबरा कर देखा
तो वह लेटे लेटे बोली
'' बेटा, तुम देखने से किसी अच्छे घर के लगते हो, लगता है किसी परेशानी से मजबूर होकर इस रास्ते पर लग गए हो। चलो कोई बात नहीं। अलमारी के तीसरे बक्से में एक तिजोरी
है ।
इसमें का सारा माल तुम चुपचाप ले जाना। मगर
पहले मेरे पास आकर बैठो, मैंने अभी-अभी एक ख्वाब
देखा है । वह सुनकर जरा मुझे इसका मतलब तो बता
दो।"
चोर उस बूढ़ी औरत की रहमदिली से बड़ा अभिभूत हुआ और चुपचाप उसके पास जाकर बैठ गया।
बुढ़िया ने अपना सपना सुनाना शुरु किया
''बेटा, मैंने देखा कि मैं एक रेगिस्तान में खो गइ हूँ। ऐसे
में एक चील मेरे पास आई और उसने 3 बार जोर जोर
से बोला अभिलाष!  अभिलाष!  अभिलाष !!!
बस फिर ख्वाब खत्म हो गया और मेरी आंख खुल गई। जरा बताओ तो इसका क्या मतलब हुई? ''
चोर सोच में पड़ गया। इतने में बराबर वाले कमरे से
बुढ़िया का नौजवान बेटा अभिलाष अपना नाम
ज़ोर ज़ोर से सुनकर उठ गया और अंदर आकर चोर की
जमकर धुनाई कर दी।
बुढ़िया बोली ''बस करो अब
यह अपने किए की सजा भुगत चुका।"
चोर बोला, "नहीं- नहीं ! मुझे और कूटो , !....
ताकि मुझे आगे याद रहे कि मैं चोर हूँ , सपनों का सौदागर  नहीं। ''

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ACPMEC Online Admission Scheduled for Medical and Paramedical Admission 2016 : Admission Committee for Professional Medical Educational Courses (ACPMEC), B. J. Medical College, Ahmedabad Published Circula of Online Admission Scheduled for Medical and Paramedical Admission 2016. 1st Round Online : 23rd August to 27th August : Mock Round Choice Filling & Locking of Choices 28th August : Mock Round Display of Choices 30th August : Mock Round Result Display 31st August to 3rd Sepetember : Final Choice Filling & Locking of Choices (1st Round) 4th September : Choice Display 6th September : 1st Round Result Display 7th to 9th September : Payment of Fees & Reporting to Help Center for Joining 8th to 10th September : Joining at College / Institute 2nd Counseling : 21st September 3rd Round for Filling of Vacant Seats : 29th September 

शिक्षको पेपर पर पण ट्यूशन न करवानी बाहेधरी आपि शकसे।